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आज है हरेली त्यौहार

आज है हरेली त्यौहार

सावन महीना है अमावस है वार
हर्ष से झुमें मन,आज है हरेली त्यौहार।
फूल फूल डोल रही है
खिल रही है कलियां
प्रकृति की सुंदरता देख
फूलों पर बैठ,झूम रहे है तितलियां।
बरस रहा है पानी
छाई हुई है घनघोर घटा
चहुओर छाई है हरियाली
गांव गांव में हो रहा है रामायण की कथा
सावन महीना है अमावस है वार
हर्ष से झुमें मन,आज है हरेली त्यौहार।
कृषि के औजारों की होती है पूजा
गेड़ी का आनंद लेते है लड़के और लड़कियां
सोंच समझकर बनाई गई है परंपराएं
मवेशियों को आज भी खिलाई जाती है जड़ी बूटियां।
आओ सभी मिल याद करें हम
हमारे पुराने ग्रंथ की बातें
अच्छी अच्छी ज्ञान से भरी हुई है
वो बातें जो लाती है कई सौगातें।
चिव चिव पीहू पीहू के स्वरों में
पंछी दे रही है सूर ताल
सावन महीना है अमावस है वार
हर्ष से झुमें मन,आज है हरेली त्यौहार।

नूतन लाल साहू

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1 Comments

Milind salve

17-Jul-2023 11:24 PM

Nice one

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